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Kailash temple Agra : सावन के तीसरे सोमवार और महाशिवरात्रि पर यहां कुछ खास होता है. मंदिर के पास यमुना बहती है. यहां आने वाले भक्तों की बाबा भोलेनाथ हर मनोकामना पूरी करते हैं. इस मंदिर से एक जादुई किस्सा जुड़ा है.
कैलाश पर्वत से लाए यहां
महर्षि परशुराम और उनके पिता ऋषि जमदग्नि ने भगवान शिव से कहा कि हम चाहते हैं आप हमारे साथ चलें. भगवान शिव ने उनसे कहा कि आप यहां (कैलाश पर्वत) से दो पत्थर ले जाकर जहां भी स्थापित करेंगे, वही मेरा रूप होगा, वहीं दर्शन दूंगा. परशुराम और उनके पिता को वापस आने में शाम हो गई. शाम को पूजा करने के लिए वे इसी स्थान पर रुके. उस समय ये स्थान जंगल था. शाम को पूजा के लिए उन्होंने दोनों पत्थर यहीं रख दिए. वंदना शुरू कर दी. पूजा के बाद पत्थर उठाने का प्रयास किया तो वह उठे नहीं. तभी आकाशवाणी हुई कि मेरा नाम अटलेश्वर भी है.
ऐसा एकमात्र मंदिर
कैलाश मंदिर के महंत राजकुमार गिरी दावा करते हैं कि हिंदुस्तान में 12 ज्योतिलिंग हैं. सभी ज्योतिलिंग में भगवान शिव खुद उत्पन्न हुए हैं. सभी ज्योतिर्लिंग सिंगल ही हैं, लेकिन कैलाश मंदिर में दो शिवलिंग हैं. यह दोनों शिवलिंग महर्षि परशुराम और उनके पिता ने स्थापित किए हैं.
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें
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