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Haridwar: गुप्त नवरात्रि में इस स्त्रोत का पाठ करने से न केवल सभी समस्याएं दूर होती हैं बल्कि शत्रु भी पराजित होते हैं. मान्यता है कि सही तरीके से इसका पाठ किया जाए तो उन्नति के रास्ते में आने वाली सभी बाधाएं द…और पढ़ें
गुप्त नवरात्रि में अर्गला स्तोत्र
हरिद्वार. हिंदू धार्मिक ग्रंथ दुर्गा सप्तशती में कुल 700 श्लोक हैं. दुर्गा सप्तशती मार्कंडेय पुराण का अंश है. नवरात्रों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने मात्र से सभी समस्याएं खत्म हो जाती हैं. दुर्गा सप्तशती का पाठ आम दिनों में करने पर विशेष लाभ होते हैं लेकिन नवरात्रि में इसका पाठ करना बेहद ही चमत्कारी होता है. धार्मिक ग्रंथो के अनुसार देवी कवच, अर्गला स्तोत्र और कीलक स्तोत्र को देवी दुर्गा की आराधना करने के लिए गुप्त रखा गया है.
इन स्तोत्र का पाठ क्रमानुसार करने का विधान है और गुप्त नवरात्रि में इन गुप्त स्तोत्र का पाठ क्रमानुसार करने पर कभी ना खत्म होने वाला फल मिलता है. गुप्त नवरात्रि में अर्गला स्तोत्र का पाठ करने से सभी शत्रु पराजित हो जाते हैं और सभी कार्यों में सफलता मिलती है.
इस पाठ से पराजित होते हैं शत्रु
अर्गला स्तोत्र के बारे में ज्योतिषी पंडित श्रीधर शास्त्री Bharat.one को बताते हैं कि दुर्गा सप्तशती मार्कंडेय पुराण का अंश है जिसमें कुल 700 श्लोक हैं. दुर्गा सप्तशती में देवी कवच, अर्गला स्तोत्र और कीलक स्तोत्र का विस्तार से वर्णन किया गया हैं. यह तीनों स्तोत्र देवी दुर्गा की आराधना करने के लिए गुप्त किए गए हैं.
गुप्त नवरात्रि में अर्गला स्तोत्र का पाठ करने से सभी शत्रु पराजित हो जाते हैं और विद्या, यश, आरोग्यता मिलने के साथ सभी कामों में आने वाली अड़चनें खत्म हो जाती हैं. यह स्तोत्र देवी दुर्गा की आराधना पूजा पाठ करने के लिए गुप्त किया गया है और गुप्त नवरात्रि में इसका पाठ गुप्त रूप से करने पर अक्षय फल यानी कभी ना खत्म होने वाला फल मिलता है.
अर्गला स्तोत्र गुप्त स्त्रोत है
अर्गला स्त्रोत गुप्त नवरात्रों में गुप्त रूप से करने पर देवी दुर्गा प्रसन्न होकर सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं. इस स्तोत्र के पाठ से शक्तिशाली शत्रु पर विजय प्राप्त होती है तो वहीं सभी कार्यों में सफलता और उन्नति के रास्ते में पैदा हुईं सभी बाधाएं खत्म हो जाती हैं. यह स्तोत्र गुप्त है जिसे गुप्त रूप से करने पर करोड़ों गुना फल की मिलता है.
गुप्त नवरात्रि में देसी घी का दीपक जलाकर देवी दुर्गा का ध्यान करते हुए हर अर्गला स्तोत्र करने का संकल्प लें और देवी मां को मन ही मन अपनी सभी इच्छाएं, मनोकामनाएं, बाधाएं बताएं. गुप्त नवरात्रि में अर्गला स्तोत्र को सुनने मात्र से ही चमत्कारी लाभ होते हैं.
Hardwar,Uttarakhand
January 29, 2025, 09:27 IST
गुप्त नवरात्रि में करें इस चमत्कारिक स्त्रोत का पाठ, शत्रु होंगे पराजित!
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