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सदियों से चली आ रही मान्यताओं के मुताबिक, नमक सिर्फ स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि यह व्यक्ति की किस्मत, ग्रहों की स्थिति और घर की ऊर्जा को भी प्रभावित करता है. आइए, सरल भाषा में समझते हैं कि ज्योतिष के अनुसार ऐसा क्यों माना गया है. आइए जानते हैं खाना खाते समय नमक क्यों नहीं मांगना चाहिए…
भारत में खाने की थाली सिर्फ भोजन नहीं होती, यह घर की ऊर्जा, संस्कार और सकारात्मकता का एक हिस्सा मानी जाती है. घर के सदस्य या मेहमानों के सामने जब खाने की थाली रखी जाती है, तब उसमें बनाने वाले का प्यार भी दिखाई देता है. कई बार भोजन में कभी मिर्च तो कभी पानी आदि की जरूरत पड़ जाती है, तो ऐसे में मांग लिया जाता है. लेकिन क्या आपको पता है भोजन में अगर नमक की कमी हो जाए तो भूलकर भी नहीं मांगनी चाहिए. जी हां, आपने सही सुना. खाने खाते समय नमक मांगना ज्योतिष के अनुसार गलत कार्य है. अगर आप खाना खाते समय नमक मांगते हैं तो इससे कुंडली में चंद्रमा और शुक्र ग्रह की स्थिति खराब हो सकती है. आइए जानते हैं खाना खाते समय नमक क्यों नहीं मांगना चाहिए…
नमक ग्रहों की स्थिति और घर की ऊर्जा को करता है प्रभावित
सदियों से चली आ रही मान्यताओं के मुताबिक, नमक सिर्फ स्वाद नहीं बढ़ाता, बल्कि यह व्यक्ति की किस्मत, ग्रहों की स्थिति और घर की ऊर्जा को भी प्रभावित करता है. ज्योतिष में नमक का सीधा संबंध चंद्रमा, शुक्र और राहु ग्रह से भी बताया गया है. कुंडली में चंद्रमा मन, भावनाओं और स्थिरता का तो शुक्र सुख-सुविधा, ऐशवर्य, धन के कारक ग्रह हैं. खाना खाते समय नमक मांगने को मन की अस्थिरता का संकेत माना जाता है और सुख सुविधाओं में भी कमी आती है. ऐसा माना जाता है कि इससे मन में चिड़चिड़ापन और कामकाज को लेकर बेचैनी बढ़ती है.
घर में अशांति लाता है नमक मांगना
ज्योतिष के अनुसार, भोजन करते समय नमक मांगने से घर में अशांति और झगड़े होने लगते हैं. साथ ही पारिवारिक सदस्यों में आपसी विश्वास खत्म होने लगता है और तरक्की भी रुक जाती है. वास्तु और ज्योतिष दोनों में नमक को एनर्जी क्लीनर माना गया है, यह नकारात्मक ऊर्जा को सोखता है. खाना खाते समय नमक मांगना घर की पॉजिटिव एनर्जी को कम करने वाला माना जाता है. ऐसा करने से घर में अनजाने में खटपट, बहस और तनाव बढ़ने का संकेत माना जाता है.
धन संबंधित होती हैं समस्याएं
माना जाता है कि भोजन करते समय नमक मांगने वाला दरिद्र हो जाता है और उस पर आर्थिक संकट आने लगता है. नौकरी व कारोबार में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है और राहु की वजह से बने बनाए कार्यों में अड़चन आ जाती है. बड़े बुजुर्गों और साधु संतों से आपने सुना होगा कि नमक का कर्ज हर व्यक्ति को चुकाना चाहिए.
ग्रहों की स्थिति हो जाती है असंतुलित
ज्योतिष के अनुसार, जो व्यक्ति नमक को फैलाता है या बर्बाद करता है, तो कुंडली में शुक्र, राहु और चंद्रमा की स्थिति खराब होने लगती है. भोजन के समय नमक मांगना या फैलाना ग्रहों की संतुलित स्थिति में हल्की गड़बड़ी का संकेत माना जाता है. माना जाता है कि इससे व्यक्ति की भाग्य-ऊर्जा पर हल्का नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है.
मैं धार्मिक विषय, ग्रह-नक्षत्र, ज्योतिष उपाय पर 8 साल से भी अधिक समय से काम कर रहा हूं। वेद पुराण, वैदिक ज्योतिष, मेदनी ज्योतिष, राशिफल, टैरो और आर्थिक करियर राशिफल पर गहराई से अध्ययन किया है और अपने ज्ञान से प… और पढ़ें
