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Navratri 2025: नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा के दौरान पं. अनुपम महराज के अनुसार ब्रह्मचर्य, शुद्धता, अखंड ज्योति, कन्या पूजन और नियमों का पालन जरूरी है. वरना आर्थिक व मानसिक हानि संभव है.
विंध्य धाम के पं. अनुपम महाराज ने Bharat.one से बताया कि नवरात्रि में कुछ ध्यान देने योग्य बातें हैं, जिनको भूलकर भी करने से बचना चाहिए. अगर आप अनुष्ठान करते हैं या कराते हैं तो जबतक पूर्णाहुति न हो जाए तब तक सरसों का तेल, मिर्च, लहसुन, प्याज, मांस और मदिरा का सेवन बिल्कुल नहीं करना चाहिए. पूजा करने वाले व्यक्ति को मन से और तन से शुद्ध रहना चाहिए. आचार और विचार से ब्रह्मचर्य का पालन करेंगे. घर में अखंड ज्योति को जलाना चाहिए. मां का विशेष पूजन करें. अगर आप भूलकर नाखून बनाते हैं या अपवित्र वस्त्र पहनते हैं तो इससे आपको शारीरिक पीड़ा, मानसिक पीड़ा और आर्थिक तंगी का बड़ा कारण बनेगा.
पं. अनुपम महराज ने बताया कि पूरे नवरात्रि में ब्रह्मचर्य का पूरी तरह से पालन करना चाहिए. अगर आप जमीन पर सो रहे हैं तो यह सबसे उत्तम है. अगर संभव हो तो नवरात्रि के 9 दिनों तक लगातार कन्या का पूजन करें. नवरात्रि में कन्याओं से चरण स्पर्श नहीं कराएं. किसी भी कन्या का बिल्कुल भूलकर भी अपमान नहीं करें. मां का नियमित पूजन व अर्चन करें और रात्रि में जागरण करें. ऐसा करने से आपकी सम्पूर्ण मनोकामना पूर्ण होगी और मनोवांछित फल की प्राप्ति होगी.
पिछले एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हूं. पत्रकारिता की शुरुआत 2010 में नई दुनिया अखबार से की, जिसके बाद सफर लगातार आगे बढ़ता गया. हिंदुस्तान, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया और ईटीवी जैस…और पढ़ें
पिछले एक दशक से भी अधिक समय से पत्रकारिता में सक्रिय हूं. पत्रकारिता की शुरुआत 2010 में नई दुनिया अखबार से की, जिसके बाद सफर लगातार आगे बढ़ता गया. हिंदुस्तान, शुक्रवार पत्रिका, नया इंडिया, वेबदुनिया और ईटीवी जैस… और पढ़ें
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Bharat.one व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.