Home Lifestyle Health ये पौधा है जंगलों की छुपी हुई औषधि, जो बुखार को चुटकियों...

ये पौधा है जंगलों की छुपी हुई औषधि, जो बुखार को चुटकियों में करे खत्म, डेंगू-मलेरिया का भी रामबाण इलाज

0


Last Updated:

Health Tips: भुई नीम, जिसे कालमेघ भी कहा जाता है, बालाघाट के आदिवासी क्षेत्रों में पाई जाने वाली एक चमत्कारी औषधीय पौधा है. इसका उपयोग मलेरिया, डेंगू, पीलिया और लीवर रोगों में किया जाता है.

बालाघाट. मध्य प्रदेश के बालाघाट जिले में 53 प्रतिशत भू-भाग पर वन है. ऐसे में आदिवासी अंचलों के लोग आज भी कई बीमारियों से बचने के लिए वनों पर ही निर्भर रहते हैं. आज भी ऐसी कई औषधीय पौधे है, जो वनों में ही मिलते हैं. इनसे लोग अपना इलाज भी करते हैं. इन्हीं में से एक है भुई नीम. इसे कालमेघ के नाम से भी जाना जाता है. वहीं, ये औषधि अब विलुप्त हो रही है. वहीं, नई पीढ़ी के लोग आज भी औषधीय पौधों के फायदों से अनजान है. ऐसे में Bharat.one ने बीएएमएस यानी आयुर्वेद की पढ़ाई कर रहे अतुल पटले इसके फायदों पर चर्चा की…उन्होंने इसके कई ऐसे फायदे बताएं, जिसके बारे जान आप हैरान हो जाएंगे.

आदिवासियों की है अचूक दवा
बालाघाट जिला एक आदिवासी बाहुल्य जिला है. ऐसे में यहां पर जल, जंगल, जमीन  और पहाड़ है. वहीं, पर दुर्लभ औषधियां पाई जाती है, जो कई गंभीर बीमारियों को झट से ठीक कर देती है. गांवों में आज भी उनका महत्व जानने वाले बुजुर्ग है. भुई नीम यानी कालमेघ 8 तरह की बीमारियों के बचाव में मदद करती है. हालांकि, इसके कुछ साइड इफेक्ट ऐसे में इसका इस्तेमाल डॉक्टर की सलाह से करना चाहिए.

ऐसे पहचानें ये गुणकारी पौधा
इसका वानस्पतिक नाम एंड्रोग्राफिस पैनिकुलाटा है. ये पौधा 1 से तीन फीट तक का होता है. तना गहरे हरे रंग का होता है. पत्तिया चिकनी होती है. पत्तियां नीम की तरह दिखती है. इसके फूल भी छोटे होते हैं. स्वाद इसका कड़वा होता है लेकिन बेहद गुणकारी है. खास बात ये है कि इसकी पत्तियां तो पत्तियां जड़, तना भी काम में में आते हैं.

मलेरिया, डेंगू सहित कई बीमारियों में कारगर
भुई नीम के पत्तों का काढ़ा पी लेने से बुखार तो उतरता ही है. साथ ही डेंगू, मलेरिया और पीलिया जैसी घातक बीमारियों में भी राहत प्रदान करता है. अतुल पटले बताते है कि खास तौर से लीवर पर काम करता है. ऐसे में लीवर से जुड़े रोगों में भी राहत देने का काम करता है.इसमें एंटीवायरल प्रॉपर्टीज होने के कारण वायरल डिजीज में भी फायदा होता है. वहीं, एंटी माइक्रोबियल गुण होने के कारण इसका इस्तेमाल कई तरह की दवाइयां बनाने में भी किया जाता है.

Anuj Singh

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a…और पढ़ें

Anuj Singh serves as a Content Writer for News18MPCG (Digital), bringing over Two Years of expertise in digital journalism. His writing focuses on hyperlocal issues, Political, crime, Astrology. He has worked a… और पढ़ें

न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle

ये पौधा है जंगलों की छुपी हुई औषधि, जो बुखार को चुटकियों में करे खत्म

Disclaimer: इस खबर में दी गई दवा/औषधि और स्वास्थ्य से जुड़ी सलाह, एक्सपर्ट्स से की गई बातचीत के आधार पर है. यह सामान्य जानकारी है, व्यक्तिगत सलाह नहीं. इसलिए डॉक्टर्स से परामर्श के बाद ही कोई चीज उपयोग करें. Bharat.one किसी भी उपयोग से होने वाले नुकसान के लिए जिम्मेदार नहीं होगा.


.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.

https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-bhui-neem-benefits-this-herb-is-effective-in-eliminating-dengue-and-malaria-local18-9638457.html

NO COMMENTS

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Exit mobile version