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North direction toilet Vastu। उत्तर दिशा टॉयलेट वास्तु

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Vastu Toilet In North Direction: हम सब जानते हैं कि घर या ऑफिस की हर दिशा का वास्तु में अपना अलग महत्व होता है, अगर सही जगह पर कमरे, किचन, टॉयलेट या पूजा घर बने हों तो जीवन में तरक्की और पॉजिटिविटी बनी रहती है, लेकिन अगर गलत दिशा में कोई भी हिस्सा बन जाए तो उसका असर हमारी ग्रोथ, कामयाबी और रिश्तों पर साफ दिखाई देता है. खासकर नॉर्थ यानी उत्तर दिशा को वास्तु में बहुत शुभ और खास माना गया है. यह दिशा क्लाइंट्स, ऑर्डर्स और काम से जुड़ी हुई है. ऐसे में अगर नॉर्थ दिशा में टॉयलेट बन जाए तो इसका असर सीधा आपके करियर और बिज़नेस पर पड़ सकता है. आइए जानते हैं कैसे नॉर्थ दिशा में टॉयलेट जीवन की प्रगति को रोक सकता है. इस विषय में अधिक जानकारी दे रहे हैं इंदौर निवासी ज्योतिषी, वास्तु विशेषज्ञ एवं न्यूमेरोलॉजिस्ट हिमाचल सिंह.

नॉर्थ दिशा का महत्व
वास्तु शास्त्र में नॉर्थ दिशा को धन और सफलता की दिशा कहा गया है. यह दिशा कारोबार बढ़ाने, नए अवसर मिलने और नौकरी में तरक्की दिलाने में मदद करती है. यही वजह है कि कई वास्तु एक्सपर्ट मानते हैं कि इस दिशा को हमेशा साफ-सुथरा और एक्टिव रखना चाहिए ताकि एनर्जी का सही फ्लो बना रहे.

1. बिज़नेस करने वाले लोगों को ऑर्डर्स मिलने में दिक्कत होती है.
2. क्लाइंट्स का भरोसा टूट सकता है.
3. नौकरी करने वालों की जॉब छिन सकती है या करियर में ग्रोथ रुक सकती है.
4. धीरे-धीरे इंसान आर्थिक और मानसिक दोनों रूप से परेशान हो सकता है.

असल जिंदगी पर असर
कई बार लोग कहते हैं कि मेहनत करने के बावजूद उन्हें कामयाबी क्यों नहीं मिलती. ऑर्डर्स आते-आते रुक जाते हैं या अचानक जॉब में प्रॉब्लम आने लगती है. दरअसल, इसका कारण घर या ऑफिस का वास्तु भी हो सकता है. अगर नॉर्थ दिशा में टॉयलेट हो तो मेहनत का फल मिलने में रुकावट आ सकती है और इंसान बार-बार असफल महसूस करता है.

उपाय क्या हो सकते हैं?
अगर घर या ऑफिस में नॉर्थ दिशा में पहले से टॉयलेट बना हुआ है, तो उसे तुरंत बदल पाना हमेशा आसान नहीं होता, लेकिन कुछ आसान उपाय अपनाकर इसके नकारात्मक असर को कम किया जा सकता है.

1. टॉयलेट को हमेशा साफ रखें और वहां बदबू न होने दें.
2. टॉयलेट की दीवार पर हल्के नीले या हरे रंग का इस्तेमाल करें.
3. टॉयलेट के दरवाज़े पर वास्तु यंत्र या मिरर लगाएं ताकि पॉजिटिव एनर्जी बनी रहे.
4. वहां रोज़ाना नमक पानी से पोछा करें, इससे नेगेटिव एनर्जी कम होती है.

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