Shani Dosh Ke Upay: शनि देव -कर्म और न्याय के देवता माने जाते हैं. कहा जाता है कि वे हर इंसान को उसके कर्मों के हिसाब से फल देते हैं, लेकिन जब किसी की कुंडली में साढ़ेसाती, ढैय्या या शनि की महादशा चल रही होती है, तब अक्सर ज़िंदगी में रुकावटें, परेशानी और आर्थिक नुकसान जैसे हालात बनने लगते हैं. नौकरी में अचानक उतार-चढ़ाव आ जाता है, व्यापार में नुकसान होता है, और मानसिक शांति जैसे गायब हो जाती है. ऐसे समय में कई लोग डर जाते हैं, पर सच ये है कि शनि किसी से दुश्मनी नहीं रखते -वे सिर्फ न्याय करते हैं, अगर आप ईमानदारी से कुछ छोटे-छोटे उपाय करें, तो शनि की कृपा दोबारा बरसने लगती है. आज भोपाल निवासी ज्योतिषी एवं वास्तु सलाहकार पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा से जानेंगे एक ऐसा बेहद असरदार, आसान और बिना किसी तामझाम वाला उपाय जो शनि के प्रकोप को कम कर सकता है और आपके रुके हुए कामों को फिर से चला सकता है.
शनि का असर क्यों पड़ता है ज़्यादा भारी?
शनि देव धीमी चाल वाले ग्रह हैं, लेकिन उनका असर गहरा होता है. जब वे किसी की राशि में आते हैं तो जीवन के हर क्षेत्र की परीक्षा लेते हैं -करियर, रिश्ते, पैसा और मानसिक स्थिति सब पर असर पड़ता है. उनका उद्देश्य सज़ा देना नहीं बल्कि इंसान को उसकी गलती का एहसास कराना होता है ताकि वह सही रास्ते पर लौट सके. इसलिए अगर आपकी ज़िंदगी में शनि का प्रभाव बढ़ रहा है तो घबराने के बजाय खुद को सुधारने और सकारात्मक कदम उठाने की ज़रूरत है.
शनि को प्रसन्न करने का आसान और असरदार उपाय
अगर आप शनि के कारण जीवन में अड़चन, धन की कमी या मन की अशांति महसूस कर रहे हैं, तो ये उपाय करें –
-किसी शुक्रवार को बाजार से 1 जोड़ी चमड़े की चप्पल या जूता खरीदें.
-अगले दिन यानी शनिवार से उसे पहनना शुरू करें.
-लगातार सात दिन तक वही जूता या चप्पल पहनें.
-अगले शनिवार को जब सातवां दिन पूरा हो जाए, तो उसी जूते को पहनकर शनिदेव के मंदिर जाएं.
-मंदिर में पहुंचकर तेल चढ़ाएं, दीपक जलाएं और शनि देव से विनम्रता से प्रार्थना करें.
-पूजा के बाद नंगे पैर घर लौटें और उस जूते को दोबारा न पहनें.
ये उपाय दिखने में बहुत साधारण लगता है, लेकिन इसमें गहरा भाव जुड़ा है -यह दर्शाता है कि इंसान अपने अहंकार को त्यागकर, सादगी और भक्ति से शनि देव की शरण में जा रहा है.

इस उपाय से क्या असर होगा?
-रुके हुए कामों में तेजी आने लगती है.
-करियर और व्यापार में सुधार दिखने लगता है.
-अनावश्यक खर्च और धन की कमी कम होती है.
-मन शांत और आत्मविश्वास से भरा महसूस होता है.
-धीरे-धीरे जीवन में सकारात्मक ऊर्जा लौटने लगती है.
याद रखिए, शनि देव को प्रसन्न करने के लिए सबसे ज़रूरी चीज़ है सच्ची नीयत और ईमानदारी, अगर आप कर्म में सच्चे हैं तो शनि हमेशा न्याय देंगे, चाहे वक्त कितना भी कठिन क्यों न हो.