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इंदिरा गांधी भी हुई थीं हैरान, दूर-दूर तक है सुजानगंज के ‘एटम बम’ की पहचान

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जौनपुर: अगर आप जौनपुर गए हैं और सुजानगंज के ‘एटम बम’ मिठाई का स्वाद नहीं लिया तो आप एक लाजवाब मिठाई का स्वाद लेने से चूक सकते हैं. इसका नाम तो किसी विस्फोटक हथियार जैसा लगता है लेकिन, एक मिठाई का नाम है. यह मिठाई अपने स्वाद और अनोखे नाम के कारण प्रसिद्ध है. यह मिठाई यहां की पहचान बन चुकी है और इसकी मांग इतनी अधिक है कि रोजाना 350-400 किलो तक बिक जाती है.

एटम बम का जन्म और उसकी लोकप्रियता
करीब 60 साल पहले, सुजानगंज के पुरानी बाजार में लाला हरिहरनाथ टंडन ने इस मिठाई को ईजाद किया था. उस समय इसकी कीमत मात्र 60 पैसे प्रति किलो थी. जैसे-जैसे महंगाई बढ़ी इसकी कीमत भी बढ़ती गई. हालांकि, इसका स्वाद आज भी लोगों को उतना ही आकर्षित करता है. यह मिठाई इतनी भारी होती है कि इसे खाने के बाद कोई और मिठाई खाने की इच्छा नहीं होती. शायद इसी वजह से इसका नाम ‘एटम बम’ रखा गया.

राजनेताओं की पसंदीदा मिठाई
इस मिठाई का स्वाद न केवल आम लोगों को पसंद है, बल्कि कई बड़े राजनेताओं ने भी इसका आनंद लिया है. एक समय जब पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी सुजानगंज दौरे पर आई थीं, तो उन्हें यह मिठाई परोसी गई. नाम सुनते ही उन्होंने मजाकिया अंदाज में पूछा, “क्या यहां के लोग एटम बम भी खा जाते हैं?” इसी तरह, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने भी इस मिठाई का स्वाद चखा था और इसे सराहा था.

एटम बम मिठाई कैसे बनती है?
इस मिठाई को बनाने की प्रक्रिया भी बेहद खास है. मधुर स्वीट मार्ट के संचालक पंकज मोदनवाल बताते हैं कि इसे बनाने के लिए पहले छेना तैयार किया जाता है फिर उसमें इलायची, किशमिश, काजू, चिरौंजी जैसी मेवों की भरमार की जाती है. इसके बाद इसे चाशनी में डुबो दिया जाता है, जिससे यह रस से भर जाता है. यह मिठाई रसगुल्ले जैसी दिखती है, लेकिन इसका स्वाद उससे बिल्कुल अलग और अनोखा होता है. पहले इसका आकार 200 ग्राम तक हुआ करता था, लेकिन लागत बढ़ने के कारण अब यह 125-150 ग्राम का बनता है.

क्यों है यह मिठाई खास?
‘एटम बम’ न केवल अपने स्वाद बल्कि अपने नाम के कारण भी प्रसिद्ध है. यह मिठाई द्वितीय विश्व युद्ध के बाद चर्चा में आए एटम बम के नाम के पर रखी गई थी. मिठाई इतनी भरपूर और स्वादिष्ट होती है कि इसे खाने के बाद और कुछ खाने की इच्छा नहीं होती. इस कारण इसका नाम ‘एटम बम’ पड़ा.

दूर-दूर से आते हैं लोग
सुजानगंज में यह मिठाई बाजार में 250-300 रुपये प्रति किलो की दर से उपलब्ध है और हर दिन सैकड़ों किलो बिकती है. इसकी लोकप्रियता इतनी अधिक है कि आसपास के जिलों से लोग इसे खरीदने आते हैं और इसे अपने रिश्तेदारों को भी भेजते हैं.

परंपरा और स्वाद का संगम
जौनपुर की मिठाइयों की बात हो तो आमतौर पर इमरती का नाम सबसे पहले आता है, लेकिन सुजानगंज ने ‘एटम बम’ मिठाई के जरिए अपनी अलग पहचान बनाई है. यह मिठाई न केवल स्वादिष्ट है, बल्कि इसमें परंपरा और अनूठे स्वाद का भी समावेश है.

अगर आप मिठाई प्रेमी हैं और कुछ अनोखा ट्राई करना चाहते हैं, तो सुजानगंज की यह खास मिठाई आपके लिए परफेक्ट रहेगी. न केवल इसका नाम दिलचस्प है, बल्कि इसका स्वाद भी उतना ही खास और यादगार है. अगली बार जब भी आप जौनपुर जाएं, ‘एटम बम’ मिठाई का स्वाद लेना न भूलें.


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