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मुगलसराय सिर्फ रेल, तेल और कोल मंडी के लिए ही नहीं जाना जाता, बल्कि यहां की चाय की दुकानों की भी एक अलग ही पहचान है. स्टेशन के आसपास और शहर की गलियों में ऐसी कई दुकानें हैं, जहां 24×7 लोगों की भीड़ लगी रहती है. यहां चाय सिर्फ स्वाद नहीं, बल्कि चर्चा, राजनीति, पत्रकारिता और दोस्ती का अड्डा भी है.
चन्दौली जिले के पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन व नगर (मुगलसराय) वैसे तो पूरे देश में फेमस है. डीडीयू जंक्शन से देश के तमाम क्षेत्रों में जाने के लिए ट्रेन उपलब्ध है. इतना ही नहीं यहां का रेलवे यार्ड पूरे एशिया में जाना जाता है और अगर नगर की बात करें, तो यह नगर पूरे भारत में रेल, तेल, कोल अर्थात रेलवे, ऑयल डिपो, कोयला मंडी के लिए प्रसिद्ध है, लेकिन आप को नगर की एक और खास बात नहीं पता होगी. चलिए इससे हम आपको रूबरू कराते हैं. जी हां यहां कुछ चाय की दुकानें भी बहुत फेमस है, जो 24 घंटे और सातों दिन खुली रहती है.
मुगलसराय की प्रसिद्ध “नंदी चाय की दुकान” लगभग 50 साल पुरानी है और इसे नंदी जायसवाल द्वारा चलाया जाता है. यह दुकान सिर्फ चाय के स्वाद के लिए नहीं, बल्कि अपनी पुरानी पहचान के लिए भी जानी जाती है. यहां देश के गृह मंत्री अमित शाह भी चाय पीने आ चुके हैं, साथ ही बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता भी इस दुकान पर चाय की चुस्की ले चुके है. स्थानीय लोगों के लिए यह एक घरेलू चाय की दुकान जैसा है, जहां चर्चा, स्वाद और मस्ती का संगम होता है. नंदी चाय की दुकान अब एक लैंड मार्क बन चुकी है.
मुगलसराय स्टेशन के बाहर मुख्य गेट पर स्थित अजय टी स्टाल एक लोकप्रिय चाय की दुकान है, जहां रेलवे के लोको पायलट, गार्ड, आरपीएफ जवान और यात्री चाय की चुस्कियों का आनंद लेते हैं. यह दुकान 24 घंटे और सप्ताह के सातों दिन खुली रहती है, जिससे यात्री कभी भी यात्रा के दौरान अपनी थकान मिटाने के लिए आ जाते है. अजय टी स्टाल पर चाय के साथ-साथ आपसी बातचीत और आराम का भी माहौल मिलता है. रेलवे कर्मचारियों और यात्रियों के बीच यह स्थान एक मिलन बिंदु की तरह है. इसकी चाय की खुशबू सबको आकर्षित करती है.
मुगलसराय के जीटी रोड पर स्थित केदार चाय की दुकान लगभग 60 साल पुरानी है और यह सिर्फ एक चाय की जगह नहीं, बल्कि पत्रकारिता का अड्डा बन चुकी है. यहां हर रोज स्थानीय पत्रकारों की भीड़ लगती है, जो समाज और राजनीति पर चर्चा करते हैं. बड़े शहरों से आए पत्रकार भी इसी दुकान पर लोगों से संवाद करते हैं, उनकी बातों को सुनते हैं और जमीनी हकीकत को समझते हैं. केदार टी स्टाल की चाय की खासियत और यहां की गुफ्तगू ने इसे एक पत्रकारिता केंद्र में बदल दिया है, जहां चाय के साथ खबरें भी पकती हैं.
मुगलसराय जंक्शन के बाहर जीटी रोड पर स्थित न्यू जवाहर टी स्टाल करीब 60 साल पुरानी चाय की दुकान है. यह टी स्टाल न केवल आम यात्रियों की पसंद है, बल्कि यूपी और बिहार के कई बड़े राजनेता भी यहां चाय पी चुके हैं. इसकी चाय की खास खुशबू और स्वाद ने इसे एक अलग पहचान दी है, तभी तो इसके चाय के दीवाने सांसद और भोजपुरी कलाकार मनोज तिवारी भी हैं. इस दुकान को सुनील जायसवाल संचालित करते हैं, जो अपनी पुस्तैनी परंपरा को आगे बढ़ा रहे हैं. वर्षों से यह स्टाल राजनीति और आमजन की चर्चाओं का केंद्र रहा है. चाय के बहाने लोग यहां बैठकर देश-दुनिया की बातें करते हैं.
मुगलसराय की सबसे पुरानी चाय की दुकान, संतु मल की, पिछले 70 वर्षों से स्थानीय राजनीति और संवाद का केंद्र रही है. इस छोटे से अड्डे के मालिक संतु मल हैं, जिनकी दुकान न सिर्फ चाय के लिए मशहूर है, बल्कि छात्र राजनीति की अनौपचारिक पाठशाला भी मानी जाती है. यहां विचारों की गर्मी और बहस की चुस्कियों में कई नेताओं ने अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की. पूर्व सांसद रामकिशुन यादव और बिहार सरकार के अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान ने भी यहीं से अपने राजनीतिक सफर की नींव रखी थी. यह दुकान आज भी राजनीतिक चेतना का केंद्र बनी हुई है.
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