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Spine treatment : स्पाइन में दर्द आम हो चुका है. बड़ी संख्या में युवा आबादी भी इसकी चपेट में है. राहत के लिए कुछ लोग मेडिसिन लेते हैं तो कुछ ऑपरेशन कराते हैं, लेकिन कम ही को पता है कि आयुर्वेद में बिना ऑपरेशन के इसका इलाज हो सकता है.
सहारनपुर. स्पाइन के दर्द से परेशान लोगों की संख्या बढ़ती जा रही है. अब युवाओं को भी स्पाइन की प्रॉब्लम होने लगी है. इससे राहत के लिए कुछ लोग मेडिसिन पर डिपेंड हो जाते हैं तो कुछ लोगों के सामने ऑपरेशन कराना मजबूरी बन जाता है, लेकिन कम ही लोगों को पता है कि आयुर्वेद की पंचकर्म चिकित्सा पद्धति से बिना ऑपरेशन के इसका इलाज संभव है. ये एक आयुर्वेदिक उपचार है, जिसमें रीढ़ की हड्डी पर चारों ओर आटे की दीवार बनाकर उसमें गर्म आयुर्वेदिक तेलों को डाला जाता है, ताकि दर्द, गठिया, डिस्क की समस्याओं और रीढ़ के दूसरे विकारों का इलाज किया जा सके. इस प्रक्रिया में जड़ी-बूटियों के तेल का उपयोग किया जाता है जो मांसपेशियों को मजबूत करते हैं, जोड़ों को चिकनाई देते हैं और रक्त को शुद्ध करते हैं. इससे लचीलापन और दर्द-मुक्त स्थिति मिलती है. कोई साइड इफेक्ट नहीं है. कम पैसों में ही यह आपको स्पाइन की प्रॉब्लम से छुटकारा दिला सकती है.
सहारनपुर के आयास आयुर्वेदिक चिकित्सालय से बीएएमएस, एमडी डॉ. हर्ष Bharat.one से बताते हैं कि ‘स्पाइन बस्ती’ के उपचार में पूरी स्पाइन के ऊपर हम आटे की दीवार तैयार करके जड़ी बूटियां का तेल डालते हैं और पार्टिकुलर टेंपरेचर पर होल्ड करके रखते हैं. इसे ही हम स्पाइन बस्ती बोलते हैं. आज के समय में इसकी जरूरत इसलिए भी बढ़ती जा रही है क्योंकि जगह-जगह सड़कों में गड्ढे हैं. जब इंसान स्कूटर और मोटरसाइकिल से चलता है तो उसके स्पाइन में झटके लगते हैं. इससे स्पाइन के अंदर की डिस्क अपनी जगह से खिसक जाती है और नसों के ऊपर दबाव डालना शुरू कर देती है.
इन लोगों के लिए ज्यादा जरूरी
डॉ. हर्ष बताते हैं कि स्पाइन बस्ती अक्सर उन लोगों पर की जाती है जिनके सर्वाइकल से लेकर लम्बर तक की तीन से चार स्पाइन डिस्क बाहर होती है और वह नर्व के ऊपर कंप्रेशन डाल रही होती है. इसकी वजह से पेशेंट को गर्दन या कमर या पूरी स्पाइन में पेन रहता है. डॉ. हर्ष के मुताबिक, आजकल कमर दर्द और सर्वाइकल के केसे बहुत ज्यादा बढ़ते जा रहे हैं, खासकर पढ़ने और ऑफिस जॉब वालों के साथ ये समस्या ज्यादा है. वे अक्सर घंटों एक ही पोस्चर में बैठे रहते हैं. इससे बैठने का पोस्चर गड़बड़ा जाता है. अगर हम नियमित तौर पर गर्दन और कमर की एक्सरसाइज करते रहें तो इस तरह की समस्याओं से बच सकते हैं.
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu…और पढ़ें
Priyanshu has more than 10 years of experience in journalism. Before News 18 (Network 18 Group), he had worked with Rajsthan Patrika and Amar Ujala. He has Studied Journalism from Indian Institute of Mass Commu… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-saharanpur-doctor-harsh-spine-problems-panchakarma-treatment-local18-9675563.html
