इस मौसम में सांप सबसे ज्यादा सांप काटने की घटनाओं को लेकर जिला पब्लिक हेल्थ ऑफीसर, गौतमबुद्ध नगर डॉ. अमित कुमार बताते हैं कि बारिश के मौसम में बिलों में पानी भर जाता है तो सांप सुरक्षित जगह खोजते हुए बाहर निकल आते हैं. कई बार बाढ़ या बारिश के पानी में सांप बहकर भी आ जाते हैं. चूंकि इस मौसम में वॉटर लॉगिंग ज्यादा होती है तो सांप अपने रहने या छुपने के लिए सही जगह ढूंढते हैं. इसी वजह से सांप घरों के आसपास, दरारों, कूड़े या कबाड़ के ढेर, बंद पड़े घरों में घुसने की कोशिश करते हैं.
डॉ. अमित कहते हैं कि, अपने जीवन को बचाने के लिए यह सांपों की स्वाभाविक क्रिया है जो वे करते हैं, लेकिन इसी दौरान जब इंसानों के संपर्क में आते हैं तो भय और दोनों ओर से प्रतिकूल प्रतिक्रिया के कारण अक्सर काट लेते हैं. हालांकि अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए और थोड़ी सी सावधानी बरती जाए तो सांपों के आसपास रहते हुए भी इनके दंश से बचा जा सकता है. इसके लिए ये बेहद आसान तरीके हैं जो स्नेक बाइट को लेकर अक्सर पब्लिक अवेयरनेस के दौरान लोगों को समझाए जाते हैं.
1. इस मौसम में जब भी बाहर निकलें तो ऊंचे बूट या मोटी चमड़ी के जूते पहनकर ही निकलें. चप्पल पहनकर या नंगे पैर घर से बाहर न जाएं.
3. बाढ़ वाली जगहों पर रात के समय या अंधेरे में जाने से परहेज करें. अगर जाना ही पड़ रहा है तो अपने साथ टॉर्च लेकर जा सकते हैं. रोशनी से सांप दूर रहते हैं और आपको भी सांप दिखाई दे सकता है.
5. जब भी जूते पहनें तो सबसे पहले उसे झटक दें. स्नेक बाइट के बहुत सारे ऐसे केस हुए हैं, जब सांप जूतों में चुपचाप बैठ जाता है और जल्दबाजी में अगर कोई पहन लेता है तो उसे सांप काट जाता है.
7. इस मौसम में जमीन पर बिल्कुल भी न सोएं. हमेशा बेड या चारपाई का ही इस्तेमाल करें.
सांप काट ले तो सबसे पहले क्या करें?
डॉ. अमित कहते हैं कि सांप काट ले तो सबसे पहले शांत रहें. चूंकि सांप का नाम ही दहशत है और इसके डर के चलते व्यक्ति बहुत पैनिक हो जाता है. अगर ऐसी कोई घटना हो जाए तो किसी के भी बताए उपायों को न करें. न तो सांप के काटे की जगह को बांधें और न ही वहां कुछ लगाएं. बल्कि मरीज को तुरंत सीधे नजदीकी अस्पताल में लेकर आएं, जहां उसे एंटी स्नेक वेनम दी जा सके. इसके लिए आसपास का जिला अस्पताल सबसे बेहतर है, क्योंकि ज्यादातर अस्पतालों में यह वैक्सीन उपलब्ध रहती है. कोशिश करें कि चार घंटे से पहले-पहले मरीज को अस्पताल पहुंचा दिया जाए. हालांकि जितना जल्दी मरीज अस्पताल पहुंचेगा, उतना ही ज्यादा अच्छा है.
सांपों के काटने से बचाने के लिए अस्पतालों में 24 घंटे एंटी स्नेक वेनम वैक्सीन की सुविधा पूरे देशभर में मौजूद है और इसीलिए लोगों से किसी भी प्रकार की झाड़-फूंक या अन्य उपायों को करने से पहले स्नेक बाइट के तुरंत बाद मरीज को सीधे अस्पताल ले जाने की सलाह दी जाती है.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
.
https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-snake-bites-increase-in-monsoon-snake-safety-tips-by-public-health-expert-to-prevent-snake-bite-in-rainy-season-sanp-se-bachav-ke-upay-ws-kl-9581998.html