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Parents mistake can put children in danger: अगर आप पेरेंट्स हैं और बीमार होने पर अपने बच्चों का इलाज घर में रखी हुई दवाओं से बिना डॉक्टर की सलाह लिए खुद ही करते हैं तो यह आपके और आपके बच्चे की जान के लिए बहुत खतरनाक हो सकता है. इस दवा से बच्चे की जान भी जा सकती है. आरएमएल अस्पताल के डॉक्टर पुलिन गुप्ता ने पेरेंट्स की इस गलती को बच्चों के लिए जानलेवा बताया है, आइए जानते हैं..
डॉ. गुप्ता बताते हैं कि वैसे तो यह नियम किसी भी उम्र के मरीज के लिए है लेकिन फिर भी खासतौर पर नवजात से लेकर 5 साल तक के बच्चों के मामले में सिर्फ खांसी की दवा या पैरासीटामोल ड्रॉप्स ही नहीं बल्कि कोई भी दवा देते समय इस बात को जरूर ध्यान में रखें कि बच्चों को जो भी दवा दी जाती है वह उनकी उम्र के हिसाब से नहीं बल्कि वजन के अनुसार दी जाती है. जो भी डोज डॉक्टर बताता है, बच्चे को उससे ज्यादा डोज नहीं देना चाहिए. अगर आराम नहीं आ रहा है तो डॉक्टर से सलाह लेकर ही डोज बढ़ाएं.
खुलने के बाद एक महीने बाद न दें दवा
अक्सर पेरेंट्स बच्चों के बीमार पड़ने पर घर में पहले से रखीं दस्त, उल्टी, बुखार या खांसी की दवा दे देते हैं, जबकि उन्हें खुले हुए काफी समय हो चुका होता है. ऐसी स्थिति में दवा में फंगस आ सकती है और दवा फायदा करने के बजाय बच्चों में फंगल इन्फेक्शन या बैक्टीरियल इन्फेक्शन का कारण बन सकती है और बच्चे की जान पर बन सकती है. यह चेतावनी अक्सर दवाओं के ऊपर भी लिखी होती है लेकिन पेरेंट्स इसके बारे में ध्यान नहीं रखते. इसलिए जरूरी है कि अगर आपने कोई दवा आज देना शुरू किया है, तो अगली बार इसे बस एक महीने के अंदर ही इस्तेमाल किया जा सकता है, वह भी तब जब इस दवा का रखरखाव इसकी शीशी पर लिखे तापमान और चेतावनी के अनुसार किया गया है. अन्यथा 1 महीने से ज्यादा पुरानी इस्तेमाल की हुई दवा को बच्चे को नहीं देना चाहिए.
एक्सपायरी का ध्यान रखना भी जरूरी
पेंरेंट्स को चाहिए कि वे अगर बच्चे को कोई भी घर में रखी हुई दवा दे रहे हैं तो उसकी एक्सपायरी डेट जरूर देख लें साथ ही उसे कब खोला था, इसका भी रिकॉर्ड रखें. एक्सपायर्ड दवाएं न तो पूरी तरह आराम दे पाती हैं, ऊपर से नुकसान भी पहुंचा सकती हैं.
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.Bharat.one.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्…और पढ़ें
अमर उजाला एनसीआर में रिपोर्टिंग से करियर की शुरुआत करने वाली प्रिया गौतम ने हिंदुस्तान दिल्ली में संवाददाता का काम किया. इसके बाद Hindi.Bharat.one.com में वरिष्ठ संवाददाता के तौर पर काम कर रही हैं. हेल्थ एंड लाइफस्… और पढ़ें
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/parenting-parents-mistake-with-sick-child-can-lead-to-death-or-severe-health-complications-rml-dr-pulin-gupta-warns-for-overdose-of-medicine-ws-kl-9693125.html