वहीं पत्रिका गेट को लोग मिनी हवामहल कहते हैं दोनों ही द्वारा जयपुर में घूमने आने पर्यटकों के लिए खास हैं, आपको बता दें दोनों ही खूबसूरत द्वारा जयपुर की सबसे बड़ी सर्किल जवाहर सर्किल पर बने हैं. दोनों ही टूरिस्ट स्पॉट पर सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर, क्रेटर, फोटोग्राफी और सेल्फी लवर्स का यहां सुबह-शाम जमावड़ा लगा रहता हैं. दोनों ही द्वारा एक दूसरे से बिल्कुल अलग हैं पत्रिका गेट में जयपुर के हेरीटेज की झलक दिखाई देती हैं वहीं तोरण द्वार में आधुनिक समय के आर्किटेक्ट की सुंदरता दिखाई देती हैं.
आर्किटेक्ट का नायब द्वारा हैं पत्रिका गेट
आपको बता दें बारिश के मौसम में पत्रिका गेट की सुंदरता देखने लायक हैं. इसलिए पर्यटक बारिश के मौसम में यहां पहुंचते हैं. पत्रिका गेट के प्रत्येक स्तंभ को जयपुर के इतिहास और राजस्थान की समृद्ध, जीवंत वास्तुकला और सांस्कृतिक विरासतों की झलक पेंटिंग और द्वारा के आर्किटेक्ट में दिखाई देती हैं. इसलिए लोग पत्रिका गेट को हवामहल और अल्बर्ट हॉल के बाद सबसे ज्यादा वैडिंग फोटोशूट के लिए पंसद करते हैं. आपको बता दें पत्रिका गेट अब जयपुर का नौवां द्वार है.
इसका निर्माण 2016 में किया गया था, पत्रिका गेट को डिजाइन करते समय नौ सूत्री वास्तु सिद्धांत पर विशेष रूप ध्यान दिया गया था, इस गेट में कुल नौ मंडप हैं प्रत्येक मंडप 9 फीट चौड़ा है जिसमें गेट की चौड़ाई 81 फीट और ऊंचाई 108 फीट है जो कि चारदीवारी वाले शहर के प्रमुख बाजारों की चौड़ाई से मेल खाती है. पत्रिका गेट जयपुर का एक ऐसा टूरिस्ट स्पॉट बन गया हैं जहां बॉलीवुड के कलाकार प्रोफेशनल फोटोसूट, वेव सीरीज, फिल्मों और म्यूजिक एल्बमों की शूटिंग करने और बॉलीवुड के कलाकार अपनी फिल्मों का प्रमोशन करने पहुंचते हैं.
पत्रिका गेट के अलावा जवाहर सर्किल पर ही बना तोरण द्वार जिसे जयपुर का मिनी ताजमहल कहते हैं जिसे खासतौर पर जयपुर में आने वाले लोगों के स्वागत के रूप में बनाया गया हैं, यहां भी बारिश के मौसम में लोग सबसे ज्यादा फोटोग्राफी करने पहुंचते हैं. आपको बता दें तोरणद्वार द्वारा जयपुर के 10 गेट के रूप में तैयार किया गया था, तोरण द्वार पूरी तरह सफ़ेद मार्बल से तैयार किया गया हैं, जिसे तैयार होने में लगभग 2 साल का समय लगा, तोरण द्वार एक 5 मंजिला इमारत के रूप में 104 मी. लंबा और 34.1 फीट ऊंचा बना हुआ हैं, जिसमें ख़ासतौर पर द्वार में मार्बल की चार छतरियां बनी हुई है.
इस पूरे द्वार में 216 मार्बल के खंभे लगे हुए हैं जो इसकी सुंदरता में चार चांद लगाते हैं, साथ ही मार्बल से बने सुंदर कलश रखे हैं जिन्हें भी पूरी तरह मार्बल से तैयार किए गया हैं. अभी बारिश के मौसम में तो तोरण द्वार पर जयपुर घूमने वाले पर्यटक और सोशल मीडिया इंफ्लूएंसर, क्रेटर, फोटोग्राफर्स का जमावड़ा सबसे ज्यादा लगता हैं. आपको बता दें जवाहर सर्किल पर बने दोनों ही द्वारा को देखने के लिए किसी प्रकार का कोई टिकट नहीं लगता हैं लोग अपने परिवार के साथ यहां सबसे ज्यादा पहुंचते हैं.
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