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Pitha Recipe: यूं तो कई पारंपरिक पकवान और मिठाइयां हैं. लेकिन एक खास पीठे के स्वाद का कोई जवाब नहीं है. यही कारण है कि यह पकने के बाद घरों में ज्यादा दिनों तक टिक नहीं पाता है. लोग इसे चटोर की तरह खाते हैं. कई चाहने वाले तो इसके टेस्ट के सामने मगंहे डेजर्ट को भाव तक नहीं देते हैं. अच्छी बात यह है कि इसे बनाना भी बेहद आसान है.
झारखंड के गांवों में त्योहारों सहित खास मौकों पर पारंपरिक व्यंजन बनाने की परंपरा आज भी बरकरार है. इन्हीं में से एक है खखरा पीठा जो नारियल और गुड़ से तैयार किया जाने वाला मीठा पकवान है. इसका स्वाद इतना लाजवाब होता है कि बच्चे हों या बुजुर्ग, हर कोई इसे बड़े शौक से खाता हैं.
रेसिपी साझा करते हुए आदिवासी महिला रवीना कच्छप बताती हैं कि खखरा पीठा न केवल स्वादिष्ट होता है, बल्कि इसे बनाना भी बहुत आसान है. त्योहार के समय यह पकवान हर घर की रौनक बन जाता है.
उन्होंने आगे बताया कि इसे बनाने के लिए सूजी का प्रयोग किया जाता है. एक बर्तन में पानी गर्म किया जाता है और उसमें एक चम्मच नमक और दो चम्मच चीनी डाल दी जाती है. जब पानी उबलने लगता है तो उसमें धीरे-धीरे सूजी डालकर लगातार चलाते रहना होता है.
उन्होंने आगे बताया कि धीरे-धीरे पकाने पर सूजी गाढ़ा आटा बन जाती है. इस आटे को कुछ देर ढककर रख दिया जाता है ताकि यह अच्छे से सेट हो जाए और लोई बनाने लायक बन सके.
अब इसके अंदर भरने के लिए मसाला तैयार किया जाता है. इसके लिए एक कड़ाही में गुड़ को हल्का-सा पानी डालकर गर्म किया जाता है ताकि वह पिघल जाए. इसमें कसा हुआ नारियल, थोड़ा इलायची पाउडर और ड्रायफ्रूट्स डालकर अच्छी तरह मिलाया जाता है.
उन्होंने आगे बताया कि इसके बाद सूजी के आटे से छोटी-छोटी लोइयां बनाई जाती हैं. हर लोई को हल्का फैलाकर बीच में गुड़ और नारियल का मिश्रण भर दिया जाता है. फिर इसे अच्छे से बंद करके दबाकर चपटा आकार दिया जाता है.
रवीना आगे बताती है कि पीठे को पकाने के लिए या तो तवे पर हल्का सेंका जाता है या फिर भाप में पकाया जाता है. दोनों ही तरीकों से इसका स्वाद बेहद खास और पारंपरिक लगता है.
त्योहारों और पूजा-पाठ में यह पकवान खास पहचान रखता है. झारखंड के ग्रामीण इलाकों में खखरा पीठा को लोग बड़े चाव से बनाते और खाते हैं.
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