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Piles Ayurvedic Treatment: प्रतिदिन सुबह खाली पेट नागदोन की केवल 3 से 4 ताजी धुली हुई पत्तियां चबाकर खानी हैं. इन पत्तियों का स्वाद हल्का खट्टा-मीठा होता है, इसलिए इन्हें आसानी से खाया जा सकता है. अगर कोई इन्हें चबा नहीं सकता, तो पत्तियों का रस निकालकर भी सेवन किया जा सकता है.
कोरबा. पाइल्स सिर्फ एक शारीरिक रोग नहीं बल्कि एक गहरा मानसिक तनाव भी है, जो व्यक्ति की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित करता है. मल त्याग के दौरान असहनीय दर्द, जलन और रक्तस्राव इसकी मुख्य पहचान है. अक्सर लोग शर्म या लापरवाही के चलते इस रोग को शुरुआत में नजरअंदाज कर देते हैं, जिससे समस्या और गंभीर हो जाती है. ऐसे में जब एलोपैथी में सर्जरी अंतिम विकल्प बचती है, तो आयुर्वेद एक सरल और प्राकृतिक समाधान प्रस्तुत करता है, जो बिना किसी साइड इफेक्ट के राहत दिला सकता है.
नागदोन पत्तियों के सेवन का तरीका
प्रतिदिन सुबह खाली पेट नागदोन की सिर्फ 3-4 ताजी धुली हुई पत्तियां चबाकर खानी हैं. इन पत्तियों का स्वाद हल्का मीठा और खट्टा होता है, इसलिए इन्हें आसानी से खाया जा सकता है. यदि कोई चबा नहीं सकता, तो इन पत्तियों का रस निकालकर भी सेवन किया जा सकता है. नागदोन की पत्तियों में उच्च मात्रा में फाइबर, एंटी-ऑक्सीडेंट्स, आयरन और शक्तिशाली एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं. फाइबर आंतों की सफाई करता है और कब्ज को दूर करता है, जो बवासीर का मुख्य कारण है. एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मस्सों और गुदा क्षेत्र की सूजन को तेजी से कम करते हैं, जिससे दर्द और जलन में तुरंत आराम मिलता है. आयुर्वेद के अनुसार, यह पौधा शरीर में रक्त के प्रवाह को सुधारता है और मस्सों को सिकुड़ने में मदद करता है.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
राहुल सिंह पिछले 10 साल से खबरों की दुनिया में सक्रिय हैं. टीवी से लेकर डिजिटल मीडिया तक के सफर में कई संस्थानों के साथ काम किया है. पिछले चार साल से नेटवर्क 18 समूह में जुड़े हुए हैं.
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https://hindi.news18.com/news/lifestyle/health-nagdon-leaves-could-cure-piles-in-7-days-local18-9815400.html
