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Famous places of Nainital: मानसून का मौसम आते ही उत्तराखंड की वादियां हरियाली की चादर ओढ़ लेती हैं और नैनीताल का सौंदर्य और भी निखर उठता है. इस मौसम में यदि आप सुकून और प्राकृतिक नज़ारों की तलाश में हैं, तो नैनीताल के पास स्थित कुछ कम-भीड़भाड़ वाले लेकिन बेहद खूबसूरत स्थल आपका दिल जरूर जीत लेंगे. तस्वीरों में देखिए ये जगहें
मानसून में नैनीताल जिले का सीतला गांव एक स्वर्गिक अनुभव देता है. नैनीताल से कुछ ही दूरी पर स्थित यह जगह हरियाली से ढकी वादियों और बादलों की चादर से ढकी पहाड़ियों से घिरी होती है. बारिश की हल्की फुहारें, मिट्टी की सोंधी खुशबू और शांत वातावरण शीतला को खास बनाते हैं. यहां से घाटियों का दृश्य postcard जैसा प्रतीत होता है. बर्ड वॉचिंग के शौकीनों के लिए यह जगह आदर्श है, जहां आप रंग-बिरंगे पक्षियों की चहचहाहट के बीच समय बिता सकते हैं. यहां से आप कुमाऊं, गढ़वाल और नेपाल हिमालय तक की रेंज का दीदार कर सकते हैं, प्रकृति की गोद में बसे इस कस्बे में आपको कई होम स्टे, होटल, रेस्टोरेंट और कैंप साइट मिल जाएंगी.
नथुवाखान एक अनजाना लेकिन बेहद दिलकश गांव है. यह नैनीताल जिले के मुक्तेश्वर के पास स्थित है, हालांकि यह जगह के बारे में काफी लोग नहीं जानते, लेकिन शीतला मार्ग पर स्थित यह गांव मानसून सीजन में किसी परी कथा जैसा लगता है. पहाड़ों पर उतरते बादल, बारिश में चमकते पत्तों की हरियाली और चिड़ियों की आवाजें इस जगह को जादुई बना देती हैं. यहां आप छोटी-छोटी ट्रेकिंग ट्रेल्स पर चलकर प्रकृति से सीधा जुड़ाव महसूस कर सकते हैं. फोटोग्राफी के लिए यह एक बेहतरीन स्पॉट है, जहां हर फ्रेम में सौंदर्य बसता है.
भवाली-रामगढ़ रोड पर स्थित गागर गांव एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत कस्बा है, यहां प्राचीन शिव मंदिर स्थित है, मान्यता है कि यहां गर्ग ऋषि ने तपस्या की थी. यहां से दिखने वाले हिमालय के सुंदर नजारे दिल को छू जाते हैं, सर्दियों में यहां खूब ठंड पड़ती है, जबकि गर्मियों में मौसम सुहावना बना रहता है, वहीं यह कस्बा मानसून सीजन में अपनी सबसे सुंदर रूप में नजर आता है. यहां से दिखने वाली घाटियों और पहाड़ियों पर छाई हरियाली और बारिश में जंगलों में बहते छोटे झरने एक मंत्रमुग्ध कर देने वाला दृश्य बनाते हैं. यहां की ठंडी हवाएं और बादलों से खेलती धूप मन को सुकून देती है. यह जगह भीड़-भाड़ से दूर, शांति और प्रकृति का एक आदर्श मेल है.
पांगोट को ‘पंछियों का स्वर्ग’ कहा जाता है. मानसून में यह जगह और भी सुंदर हो जाती है, जहां हर ओर हरियाली और शांति का माहौल होता है. यहां करीब 250 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां पाई जाती हैं. बर्ड फोटोग्राफी और ट्रेकिंग के लिए यह आदर्श स्थल है. बारिश के मौसम में यहां की ट्रेल्स धुंध से घिरी होती हैं, जो एक रहस्यमय रोमांच देती हैं. यहां की सादगी और प्राकृतिक सौंदर्य आपको शहर की भागदौड़ से दूर एक नई ऊर्जा देता है. यह नैनीताल शहर से लगभग 13 किमी दूर है. यहां कई रिजॉर्ट्स और कैंप साइट आपको मिल जाएगी, यह कस्बा प्रकृति की गोद में बस हुआ है
घुघुखाम एक कम चर्चित लेकिन बेहद आकर्षक मानसून डेस्टिनेशन है. यहां की घाटियां बारिश में धुंध से घिरी रहती हैं और बारिश में सड़क किनारे की पहाड़ियों से गिरता पानी पूरे क्षेत्र को एक रोमांटिक एहसास देते हैं. इस गांव की खासियत इसकी शांति और कम भीड़भाड़ है, जो इसे मानसिक सुकून पाने के लिए आदर्श बनाती है. यहां का मौसम मानसून में बेहद सुहावना रहता है. यहां से दिखने वाले सूर्योदय और सूर्यास्त के नजारे बेहद सुंदर है. यहां से दिखने वाली कोटाबाग और तराई की घाटियां दिल को सुकून देती हैं, यहां आपको कई लग्जरी होटल, होम स्टे और कैंप साइट मिल जाएंगी.
रामगढ़ को कुमाऊं का ‘फलों का कटोरा’ भी कहा जाता है, लेकिन मानसून में यह जगह कविता जैसी प्रतीत होती है. सेब, आड़ू और खुबानी के बागानों से सजे हुए इस क्षेत्र में बारिश की फुहारों से हर पेड़ और पौधा जैसे जीवंत हो उठता है. यहां से दिखने वाले पहाड़, घाटियां और बादलों का खेल किसी पेंटिंग से कम नहीं लगता. साहित्य और कला प्रेमियों के लिए रामगढ़ खास स्थान रखता है.
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https://hindi.news18.com/photogallery/lifestyle/travel-visit-these-beautiful-valleys-of-nainital-during-monsoon-local18-9384435.html