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सावन से नवरात्रि तक गाज़ियाबाद के इन मंदिरों में क्यों उमड़ती है लाखों भक्तों की भीड़, जानिए वजह – Uttar Pradesh News

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अगर आप गाज़ियाबाद में धार्मिक स्थलों की यात्रा करना चाहते हैं तो यहां के प्रमुख मंदिर आपके लिए खास अनुभव साबित हो सकते हैं. शहर में ऐसे कई मंदिर हैं जो न केवल आस्था के केंद्र हैं बल्कि ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व भी रखते हैं. मोहन नगर का दुर्गा मंदिर शक्ति उपासना के लिए प्रसिद्ध है, दूधेश्वरनाथ मंदिर सावन में लाखों भक्तों को आकर्षित करता है, चौपला हनुमान मंदिर मंगलवार को श्रद्धालुओं से खचाखच भरा रहता है, राजनगर का इस्कॉन मंदिर श्रीकृष्ण भक्ति का अद्भुत स्थल है और मोदीनगर का सीकरी माता मंदिर आस्था और देशभक्ति का संगम माना जाता है.

गाज़ियाबाद का दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर भगवान शिव का प्राचीन और प्रसिद्ध धाम है. मान्यता है कि यह मंदिर पांच हज़ार साल से भी पुराना है और यहां स्वयंभू शिवलिंग स्थापित है. कहा जाता है कि रावण के पिता ऋषि विश्रवा ने यहां तपस्या की थी और रावण भी यहां पूजा करने आया करता था. मंदिर का मुख्य द्वार एक ही पत्थर से तराशा गया है, जिसमें भगवान गणेश की प्रतिमा बनी है. सावन और महाशिवरात्रि पर मंदिर में लाखों श्रद्धालु कांवड़ लेकर शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं. आस्था और इतिहास से जुड़ा यह मंदिर भक्तों को शांति, शक्ति और भक्ति का अद्भुत अनुभव कराता है. 

गाज़ियाबाद के मोदीनगर स्थित सीकरी माता मंदिर आस्था और इतिहास दोनों का प्रतीक है. माना जाता है कि इस मंदिर की स्थापना 17वीं शताब्दी में गोस्वामी संत जलिम गिरी बाबा ने की थी. यहां माता सीकरी देवी की पूजा होती है और नवरात्रि में हज़ारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं. मंदिर परिसर में भव्य मेला लगता है और वातावरण पूरी तरह भक्तिमय हो जाता है. मंदिर के पास का वटवृक्ष 1857 की क्रांति का गवाह है, जहां अंग्रेजों ने 130 से अधिक क्रांतिकारियों को फांसी दी थी. यही कारण है कि यह मंदिर श्रद्धा, शांति और देशभक्ति का अद्भुत संगम माना जाता है. 

गाज़ियाबाद के मोहन नगर स्थित मोहन नगर मंदिर मां नवदुर्गा को समर्पित एक प्रसिद्ध धार्मिक स्थल है. मंदिर में दुर्गा माता, सरस्वती माता और काली माता की मूर्ति स्थापित है. मंदिर का वर्तमान स्वरूप आधुनिक है, लेकिन इसकी प्राचीनता सदियों पुरानी मानी जाती है. यह मंदिर परिसर में सुंदर बाग़ और सुरक्षा व्यवस्था के साथ स्थित है, इसलिए भक्तों में काफी लोकप्रिय है. विशेष रूप से नवरात्रि के समय मंदिर पर हज़ारों श्रद्धालु पहुंचते हैं और प्रार्थना-पूजा करते हैं, जिससे यह स्थान आस्था और भक्ति का केंद्र बन जाता है. 

गाज़ियाबाद के ऐतिहासिक चौपला हनुमान मंदिर का निर्माण करीब 100 साल पहले हुआ था. इसका निर्माण लाला रघुचिर सरन जी कबुली वाले ने अपने पिता की आराधना में करवाया. यह मंदिर गाज़ियाबाद के सबसे पुराने बाजार में अग्रसेन बाजार नया गंज के पास दिल्ली गेट के नज़दीक स्थित है. यहां हनुमान जी को शक्ति और सुरक्षा का देवता माना जाता है, इसलिए दिनभर पूजा होती है और खासकर हनुमान जयंती पर भक्तों की भीड़ जमा होती है. 

गाज़ियाबाद के राजनगर में स्थित इस्कॉन मंदिर श्री श्री राधा मदनमोहन और श्री श्री जगन्नाथ को समर्पित है. यह मंदिर गुलाबी जयपुर पत्थर से निर्मित है, जिसमें खूबसूरत नक्काशीदार लकड़ी की वेदी, इटैलियन मार्बल की फर्श, सोने की पत्तियों से सजी छतें और झूमर शामिल हैं. इसमें चार मंजिला संरचना, बीबीटी बुकस्टोर, कॉन्फ्रेंस हॉल और एक मल्टीमीडिया म्यूज़ियम है. भक्त यहां दैनिक भजन, आरती और धार्मिक प्रवचन का आनंद ले सकते हैं. खासकर जन्माष्टमी, राधाष्टमी और गोवर्धन पूजा जैसे त्योहारों पर आकर्षक आयोजन होते हैं. शांत माहौल और आध्यात्मिक अनुभव की चाह रखने वालों के लिए यह मंदिर एक आदर्श स्थल है. 

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