Chandra Grahan 2025 Mantra Jaap: इस साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 7 सितंबर को लगने वाला है. उस दिन भाद्रपद पूर्णिमा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण और अमावस्या के दिन सूर्य ग्रहण लगता है. यह चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा, इसलिए इसका सूतक काल मान्य होगा और सभी राशियों पर इसका प्रभाव पड़ेगा. चंद्र ग्रहण का कुछ राशियों पर शुभ प्रभाव होगा तो कुछ पर अशुभ प्रभाव भी होगा. चंद्र ग्रहण के अशुभ प्रभावों से बचने के लिए आप उस दिन अपनी राशि के अनुसार प्रभावशाली मंत्र का जाप कर सकते हैं. काशी के ज्योतिषाचार्य चक्रपाणि भट्ट से जानते हैं चंद्र ग्रहण पर राशि अनुसार कौन सा मंत्र जाप करें?
चंद्र ग्रहण पर राशि अनुसार मंत्र जाप
मेष: आपकी राशि के लोगों को चंद्र ग्रहण पर अशुभ प्रभाव से बचने के लिए ओम नम: शिवाय शिवाय नम: मंत्र का जाप करना चाहिए.
वृषभ: चंद्र ग्रहण के दिन वृषभ राशिवालों को ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः मंत्र का जाप करना चाहिए.
मिथुन: मिथुन राशि के जातकों को चंद्र ग्रहण के दिन ओम नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र करना चाहिए. कष्टों से मुक्ति मिलेगी.
सिंह: चंद्र ग्रहण के दिन सिंह राशि के लोग महामृत्युंजय मंत्र ओम त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥ का जाप करें. महादेव की कृपा से सब दुख दूर होंगे.
कन्या: आपकी राशि के जातकों को चंद्र ग्रहण वाले दिन हनुमान जी के मंत्र ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय नमः का जाप करें. हनुमान जी सभी संकटों को मिटा देंगे.
तुला: चंद्र ग्रहण के दुष्प्रभाव को नष्ट करने के लिए तुला वाले जातकों को ॐ क्लीं क्लीं श्रीकृष्णाय नम: का जाप करना होगा.
वृश्चिक: आपकी राशि के लोगों को चंद्र ग्रहण के समय ओम हृीं महाभैरवाय नम: मंत्र का जाप रुद्राक्ष की माला से करना चाहिए. चंद्र ग्रहण का नकारात्मकता दूर होगी.
मकर: मकर राशि के जातकों को चंद्र ग्रहण पर माता लक्ष्मी के मंत्र ॐ श्रीं श्रीं महालक्ष्म्यै नमः का जाप करना चाहिए. इनकी कृपा से अष्टलक्ष्मी की प्राप्ति होगी.
कुंभ: शनि की राशि कुंभ के जातकों को चंद्र ग्रहण के अवसर पर ॐ प्रां प्रीं प्रौं शं शनैश्चराय नमः मंत्र का जाप करना चाहिए. चंद्र ग्रहण के प्रभावों से शनि देव आपकी रक्षा करेंगे.
मीन: चंद्र ग्रहण के समय मीन राशि के लोगों को ओम बृं बृहस्पतये नम: मंत्र का जाप करना चाहिए. आपकी राशि के स्वामी ग्रह देव गुरु बृहस्पति की कृपा से दुष्प्रभाव मिट जाएंगे.